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घर में शौचालय नहीं होने पर टूटा पार्षद बनने का सपना, AAP प्रत्याशी का नामांकन रद्द
उमरिया। मध्य प्रदेश में 46 निकायों के लिए चुनाव होना है, जिसके लिए प्रत्याशियों द्वारा नामांकन भरा जा रहा है। उमरिया जिले के निकाय चुनाव में एक रोचक मामला सामने आया है। यहां पार्षद पद का चुनाव लड़ने जा रही एक महिला प्रत्याशी का नामांकन पत्र निरस्त कर दिया गया। वजह ये है कि उसके घर में शौचालय नहीं है।
प्रदेश का शायद ये पहला मामला है जब शौचालय नहीं होने के कारण प्रत्याशी का नामांकन निरस्त किया गया हो। मामला जिले के पाली नगर पालिका का है। यहां आम आदमी पार्टी ने वार्ड क्रमांक 2 से आशा प्रजापति को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। उन्हें पार्षद पद का टिकट दिया गया था। आशा प्रजापति ने खुशी खुशी अपना पर्चा भी भरा लेकिन उसे निरस्त कर दिया।
दरअसल, आशा प्रजापति के नामांकन दाखिल करते ही दूसरे दलों और उम्मीदवारों ने आपत्ति जताना शुरू कर दिया। उन्होंने आपत्ति दर्ज कराई कि शपथ पत्र में शौचालय को लेकर झूठी जानकारी प्रस्तुत की गई है। आशा के घर शौचालय नहीं है जो चुनाव आयोग के गाइडलाइंस के विपरीत है। शिकायत आने के बाद चुनाव अधिकारी ने सुनवाई की और आपत्ति सही पाये जाने पर नामांकन रद्द कर दिया गया।
चुनाव अधिकारी के इस फैसले से नाराज आम आदमी पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। आप ने इसे साजिश करार देते हुए उमरिया कलेक्टर से फैसले पर पुनर्विचार की मांग की है। आम आदमी पार्टी ने निर्वाचन अधिकारी पर भेदभाव का आरोप लगाया है। वहीं कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा नामांकन में जांच के दौरान शौचालय संबंधित जानकारी गलत पाए जाने पर रिटर्निंग ऑफिसर ने ये फैसला लिया है।